प्रथ्वी गोल है फिर भी लोगे उस से नीचे क्यों नहीं गिरते है

धरती गेंद की तरह गोल तो होती है फिर भी हमें लगता है कि हम सब गोल धरती पर नहीं समतल धरती पर रहते हैं वास्तव में पृथ्वी है तो गोल पर उसका आकार अत्यधिक बड़ा होने के कारण वह हमें ऐसा लगता है जैसे यह गोल नहीं समतल आकार है पृथ्वी में कई प्रकार के बल उपस्थित होती हैं साथ ही उसमें गुरुत्व शक्ति होती है। यह गुरुत्व शक्ति सारी चीजों को धरती के केन्द्र की ओर खींचती है। इसलिए सारी चीजें धरती पर रहती हैं। आसमान, हवा, पानी, सागर, झीलें, इंसान और जानवर सब धरती के गुरुत्वाकर्षण के कारण धरती पर रहते हैं। इस बात को आएज़क न्यूटन ने धरती पर गिरते सेब के उदाहरण से समझाया था। पर यह शक्ति क्या होती है, कहाँ से आती है और क्या यह सम्पूर्ण ब्रह्मांड में है? इसे न्यूटन के करीब दो सौ साल बाद अल्बर्ट आइंस्टीन ने साफ किया कि अंतरिक्ष खाली नहीं है। गुरुत्वाकर्णण शक्ति ब्रह्मांड में मौजूद नक्षत्रों, ग्रहों तथा तमाम तरह के पिंडों में है।


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